रविवार, मई 18, 2014

लौट आते है पंछी ...

सभी जगह होते हैं 
एक नदी 
एक पहाड़
एक घाटी 
एक रेत 
एक सपना 
एक कोई अपना 

जगह जगह घूमकर 
लौट आते हैं पंछी 
नीड पर । 

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