बुधवार, अप्रैल 28, 2021

मैं तय न कर पाया

उधर मस्जिद से अजान उठ रही थी 

इधर पैमाने से जाम छलका था 

मैं तय न कर पाया कि खुद से मिलूँ कि ख़ुदा से 🤷‍♂️

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