गुरुवार, अगस्त 20, 2015

Craft

To play
To love
To laugh
To build
To develop

To nurture
...

Is thou art.

Lets' live it.

August 20, 2015

Glimpses

I see a flashing light
On the right wing
Of this aircraft.

Like
I can hear
Sounds of silence
In the vast dark sky.

Like
Glimpses of eternity
In this very mortal life.

August 20, 2015

This flight is not going to land

This flight
Is not going to land.

Radars
Of body & mind
Cannot catch it

Life
Yearns
To peel off / scratch and find
The unknown.

Known latitudes
Are
No more
The next ports.

August 20, 2015

I wander

Let me tell you one thing
Very clearly.

I am confused.

But to be really confused
One needs
Two or more clues
And you know
I don't even
Have those clues!

I know not of life
I know not of love


I wander.
I wonder.

August 20, 2015

A joy worth crying

Nothing less than tears
Could do

To express
Happiness
Gratitude
Love

Your gifting to me
Something
Is a joy
Worth
Crying.

Overwhelmed.

August 20, 2015

सोमवार, अगस्त 03, 2015

...बस ऐसे ही की बात।

ऐसे ही गुजरा मेरा दिन
ऐसे ही गुजरी मेरी रात

हर रोज़ हमने
हर रोज़ से की मुलाक़ात

कविता थी वह
कवि था मैं
जिंदगी से मैंने बस ऐसे ही की बात ।

03 अगस्त 2015

कवितायेँ

कवितायेँ

घरों पर नहीं रहती कवितायेँ
घोंसले नहीं होते उनके

दिलों पर आती हैं उड़कर
दिलों तक जाती हैं उड़कर

03 अगस्त 2015

फिर बातें कविताएं बन जाती हैं...

फिर बातें कविताएं बन जाती हैं
जब आप महसूस करने लगते हैं
अपने आस पास की खुशबू को

फिर आस पास
खिलते फूलों का एक गुलदस्ता बन जाता है
जब आप बांटने लगते हैं
अपनी मुस्कुराहट
किसी दूसरे के साथ।

03 अगस्त 2015

घर पर होते हैं हम चैन से...

घर पर होते हैं हम चैन से
इस बेचैनी के साथ
कि कहीं और कुछ और हो
इससे बेहतर

बाहर होते हैं हम
इस आख़िरी इत्मीनान के साथ
कि लौटने को हमारे पास
होता है एक घर ।

03 अगस्त 2015