मेरी हिन्दी कवितायें
बोगेनविलिया के फूल
धूप हो या धूल,
बावजूद इसके
चटख रंग में खिले हैं
बोगेनविलिया के फूल ।
तुम हो मेरी जान
खिलता हुआ गुलाब.
हर दिन और...
और और लाजवाब 🌹
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